गुरपतवंत सिंह पन्नू आज कल बहुत चर्चाओं में चल रहे है भारत विरोधी के नाम से जानें जाने वाले गुरपतवंत सिंह पन्नू गुरुवार से सोशल मीडिया पर एक चर्चा का विषय बने हुए है। खबरों में मुताबिक संयुक्त राज्य अमेरिका में एक सड़क दुर्घटना में अलगाववादी सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के संस्थापक Gurpatwant Singh Pannu मारे गए। आज हम आपको इस आर्टिकल में गुरपतवंत सिंह पन्नू कौन है जानें जीवनी – Khalistani Gurpatwant Singh Pannu Died के बारे में आपके साथ पूरी जानकारी विस्तार से साझा करेंगे। इसके लिए आपको हमारे इस आर्टिकल के लेख को अंत तक जरूर पढ़ना है।
गुरपतवंत सिंह पन्नू कौन है?
अमृतसर के बाहर एक छोटा सा समुदाय है, खानकोट गांव में गुरपतवंत सिंह पन्नू का जन्म हुआ था। उनका बचपन से ही वहां पालन-पोषण हुआ है। पन्नू ने अपनी लॉ की पढ़ाई पंजाब यूनिवर्सिटी से पूरी की है। पढ़ाई पूरी करने के बाद वे विदेश चले गए। वहाँ पर उनको पाकिस्तानी खुफिया आईएसआई एजेंसी मिली उनके साथ मिलकर गुरपतवंत ने जो पंजाब में खालिस्तानी अलगाववादी मुहिम को जिन्दा करने का प्रयास किया गया।
Gurpatwant Singh Pannu अमेरिका में स्थित सिख फॉर जस्टिस में एक संस्थापक थे उन्होंने अलगाववादी बातें सोशल मीडिया पर करना शुरू कर दिया। जिनमें वे ज्यादातर भारत के बारे में विरोध में बातें करते थे। इन पर एक बार राजद्रोह का मामला भी दर्ज हुआ था इसने एक बार भारत का झंडा भी जलाया ये सब सोशल मीडिया से पता चला था जिससे भारत की जनता आक्रोश में आ गयी थी।
गुरपतवंत सिंह पन्नू जीवन के मुख्य बिंदु
नाम | गुरपतवंत सिंह पन्नू |
जन्म स्थान | खानकोट गांव, अमृतसर (पंजाब) |
nationality | अमेरिकन |
धर्म | सिख |
स्कूल | पंजाब से पूरी की |
कॉलेज | पंजाब यूनिवर्सिटी |
पेशा | लॉयर |
आँखों का रंग | भूरा |
लम्बाई | 5 फिट 7 इंच |
होमटाउन | न्यू यॉर्क (USA) |
पता | NEW YORK (USA) |
शैक्षणिक योग्यता | स्नातक |
मैरिटल स्टेटस | पता नहीं |
माता का नाम | अमररजित कौर |
पिता का नाम | मोहिंदर सिंह पन्नू |
भाई | मंगवंत सिंह पन्नू |
गुरपतवंत सिंह पन्नू परिवार
पन्नू के पिता का नाम मोहिंदर सिंह पन्नू है और वे पंजाब राज्य में कृषि विपणन बोर्ड में काम करते थे। इनकी माता का नाम अमररजित कौर है। गुरपतवंत का एक भाई भी है जिसका नाम मंगवंत सिंह पन्नू है।
पन्नू ने दिया पैसो का लालच
पन्नू छोटे बच्चों एवं सीधे भोले युवाओं को पैसे का लालच देकर बहकाता था। जो लोग आईएसआई तथा खालिस्तान का समर्थन करते थे उनके द्वारा पन्नू को पैसे भी दिए जाते थे। जो पैसे उनको इनके द्वारा दिए जाते थे इस पैसे का वे गलत इस्तेमाल करता था उसने पंजाब का माहौल ख़राब करने के लिए दंगे करवाए और वहां के लोगों को भड़काया गया जिससे पंजाब में दहशत का माहौल बन गया।
वर्ष 2020 में जब इंदिरा गांधी की पुण्य तिथि पर जब स्कूल कॉलेजों में कार्यक्रम आयोजित हो रहे थे तब पन्नू द्वारा वहाँ पर बच्चों को खालिस्तानी झंडा फहराने का बहुत आग्रह किया गया था इसके लिए बच्चों को लालच दिया गया की उनको आईफोन-12 स्मार्टफोन दिया जाएगा।
इसी तरह से एक और बार पन्नू द्वारा 5 लाख डॉलर का नगद इनाम देने का एलान दिया गया इस एलान के पीछे भी एक साजिश की गयी थी की स्वतंत्रता दिवस पर जो व्यक्ति लाल किले पर खालिस्तान का झंडा गड़ेगा उसको यह इनाम दिया जाएगा।
भारत सरकार द्वारा वर्ष 2020 में पन्नू को आतंकवादी घोषित किया गया
पन्नू द्वारा किये गए विरोधी अपराधों को बढ़ावा देना इसके फलस्वरूप भारत द्वारा पन्नू पर कार्यवाई करके क़ानूनी नतीजे निकाले गए जिसमें पन्नू को भारत सरकार द्वारा आतंकवादी घोषित वर्ष 2020 में किया गया था। पन्नू की जो गैरकानूनी कृषि भूमि जमीन थी उसे धरा 51 A के प्रावधानों के अधिनियम के तहत इसे भी जब्त कर लिया गया था। पंजाब राज्य में पन्नू आपराधिक मुकदमों का विषय बना हुआ है और इसमें अलग राजद्रोह के मामले है जो तीन राजद्रोही मामले है। 2022 में भारत के एक अनुरोध को इंटरपोल द्वारा अस्वीकार किया गया था क्योंकि यह आतंकवादी गतिविधियों से सम्बंधित गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस दिया गया था। इनके खिलाफ राजद्रोह का केस 16 अप्रैल को गुरुग्राम में दर्ज किया गया था।
पन्नू को हुआ सुरक्षा का डर
आतंकवादी संगठन का मुख्य सरगना गुरपतवंत सिंह पन्नू जो की भारत में प्रतिबंधित है वे विदेश में छुपा हुआ है। जब से अमृतपाल जेल गया है तथा निज्जर की मौत हुई है तब से वह अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित है उसे इन सब का डर लगा हुआ है।
पन्नू को UAPA कानून के जरिये 2022 में भारत सरकार द्वारा पन्नू को एक आतंकवादी घोषित का दिया गया था। पन्नू के खिलाफ कपूरथला तथा पंजाब पुलिस द्वारा 2022 में राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया था।
भारत द्वारा पन्नू पर लगाया गया प्रतिबन्ध
अमेरिका में स्थिति सिख फॉर जस्टिस में Pannu एक संस्थापक थे इसका निर्माण 2007 में किया गया था, तथा भारत द्वारा 2019 में यह जो संगठन था इस पर restrictions (प्रतिबन्ध) लगाया गया था। और आपको बता दे इसमें यह भी बताया गया की यह जो संगठन है ये एक अलगाववादी विचारधारा का पक्ष ले रहा है इस संगठन में जो भी काम होगा वह सब केंद्रीय गृह मंत्रालय की अधिसूचना द्वारा पता लगाया गया था।
पन्नू ने कई भारतीय नेताओं के खिलाफ अभियान चलाया गया। इसने अमेरिका के अदालतों में सोनिया गाँधी, कॉग्रेस नेता कमलनाथ तथा पूर्व पीएम मनमोहन के Against मुकदमा चलाया गया था। इन पर करीबन 12 विरोधी मामलों से भी अधिक मामले दर्ज किए गए थे इनमें देशद्रोह के लगभग तीन मामले दर्ज किए हुए है।
पन्नू और रेफरेंडम 2020
वर्ष 2022 में रेफरेंडम को कथित जनमत संग्रह में गुरपतवंत सिंह पन्नू ने खालिस्तान के निर्माण में किया जाएगा। भारत विरोधी प्रदर्शन के लिए पन्नू का गैंग अलग-अलग देशों में करता रहता था।
Khalistani Gurpatwant Singh Pannu से सम्बंधित सवाल/जवाब
Gurpatwant Singh Pannu का जन्म पंजाब राज्य के अमृतसर शहर के खनकोट गांव में हुआ था।
भरत ने Gurpatwant Singh Pannu पर प्रतिबन्ध 2019 में लगाया था।
इनकी माता का नाम अमररजित कौर है।
भारत ने पन्नू को आतंकवादी घोषित 2020 में किया गया था क्योंकि पन्नू ने भारत में कई ऐसी घटनाएं या फिर विरोधी बातें कही थी की सरकार को यह फैसला लेना जरुरी करना पड़ा।
इनके पिता का नाम मोहिंदर सिंह पन्नू है।
गुरपतवंत सिंह पन्नू ने अपनी लॉ की पढ़ाई पंजाब यूनिवर्सिटी से अपनी लॉ की पढ़ाई पूरी की है।
गुरपतवंत सिंह पन्नू सिख धर्म के है और इनकी nationality अमेरिकन है।