Sanyukt Kriya | संयुक्त क्रिया की परिभाषा, भेद एवं उदाहरण

संयुक्त क्रिया दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर बनी होती है, जिसमें मुख्य क्रिया के साथ एक सहायक क्रिया होती है। मुख्य क्रिया क्रिया का मुख्य कार्य बताती है, जबकि सहायक क्रिया क्रिया के बारे में अतिरिक्त जानकारी प्रदान करती है।

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Reported by Dhruv Gotra

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जब किसी वाक्य में किन्हीं दो क्रियाओं के मिलने से किसी तीसरी क्रिया का निर्माण होता है, तो उसे संयुक्त क्रिया कहते हैं। जब किसी वाक्य में एक साथ दो क्रियाओं का बोध होता है तो समझ जाएंगे कि यह संयुक्त क्रिया है, तो आइये जानते है संयुक्त क्रिया किसे कहते है ? और इसके कितने भेद होते है उदाहरण सहित समझे। आर्टिकल से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी जानने के लिए हमारे लेख को विस्तारपूर्वक अंत तक पढ़े।

Sanyukt Kriya | संयुक्त क्रिया की परिभाषा, भेद एवं उदाहरण
Sanyukt Kriya

संयुक्त क्रिया की परिभाषा

जब दो क्रियाएं आपस में मिलकर एक पूर्ण क्रिया का बोध कराती है, तो उसे संयुक्त क्रिया कहते है। जिन शब्दों के अंत में ‘ना‘ और ‘ता’ आता है, वह संयुक्त क्रिया होती है। जैसे – वह जल्दी घर पहुंच जाता है, मोहन स्कूल से लौट आया, बच्चा रोने लगता है आदि। दिए गए उदाहरण में वाक्य के अंत में दो शब्द आपस में मिलकर नई क्रिया का निर्माण कर रहे है। ये क्रिया सकर्मक एवं अकर्मक दोनों हो सकती है। क्या आप जानते हो सकर्मक क्रिया किसे कहते है ?

उदाहरण

  • वह पढ़ चुकी है

इस वाक्य में दो क्रियाएं एक साथ मिलकर तीसरी क्रिया का निर्माण कर रहे है, इस वाक्य में ‘पढ़‘ और ‘चुकी‘ दो क्रियाएं है।

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  • हवा चल रही है।

ऊपर दिए गए उदाहरण में चल और रही दो क्रियाएं एक साथ मिलकर तीसरी नई क्रिया का निर्माण कर रहे है।

  • राधिका नाचने लगी।
  • सभी लोग पढ़ाई कर चुके।
  • राधा घर पहुंच गई।
  • सुनीता ने दूध पि लिया।

युक्त क्रिया के प्रकार:

  • सहायक क्रिया + मुख्य क्रिया: उदाहरण:
  • मैं खा रहा हूँ (खाना मुख्य क्रिया, रहा हूँ सहायक क्रिया)
  • वह जा रहा है (जाना मुख्य क्रिया, रहा है सहायक क्रिया)
  • क्रिया विशेषण + मुख्य क्रिया: उदाहरण:
  • वह तेज़ी से दौड़ता है (तेज़ी से क्रिया विशेषण, दौड़ता है मुख्य क्रिया)
  • वह धीरे से बोलता है (धीरे से क्रिया विशेषण, बोलता है मुख्य क्रिया)
  • क्रिया विशेषण + सहायक क्रिया + मुख्य क्रिया: उदाहरण:
  • वह पहले ही खा चुका है (पहले ही क्रिया विशेषण, खा चुका है मुख्य क्रिया)
  • वह अभी जा रहा है (अभी क्रिया विशेषण, जा रहा है मुख्य क्रिया)

संयुक्त क्रिया के उदाहरण:

  • करना: उदाहरण:
  • वह खाना कर रहा है
  • वह काम कर रहा है
  • होना: उदाहरण:
  • वह तैयार हो रहा है
  • वह देर से हो रहा है
  • जाना: उदाहरण:
  • वह स्कूल जा रहा है
  • वह घर जा रहा है

संयुक्त क्रिया का महत्व:

  • संयुक्त क्रिया क्रिया के बारे में अतिरिक्त जानकारी प्रदान करती है।
  • यह भाषा को अधिक स्पष्ट और प्रभावी बनाता है।
  • यह विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने में मदद करता है।

संयुक्त क्रिया के भेद

संयुक्त क्रिया के 11 भेद होते है, जो की इस प्रकार से है –

  • आरंभ बोधक
  • समाप्ति बोधक
  • अवकाश बोधक
  • अनुमति बोधक
  • नित्यता बोधक
  • आवश्यकता बोधक
  • निश्चय बोधक
  • इच्छा बोधक
  • अभ्यास बोधक
  • शक्ति बोधक
  • पुनरुक्त बोधक

1. आरम्भ बोधक

जिस वाक्य में किसी क्रिया के आरंभ होने का बोध होता है, उसे आरंभ बोधक संयुक्त क्रिया कहते है। जैसे-

  • राम सोने लगा।
  • गायत्री खेलने लगी।
  • बारिश होने लगी।

2. समाप्ति बोधक

जिस क्रिया से मुख्य क्रिया के समाप्ति का बोध होता है, उसे समाप्ति बोधक कहते है। जैसे –

  • मोहन खाना खा चूका है।
  • सोहन सो चूका है।
  • हम फिल्म देख चुके है।

3. अवकाश बोधक

ऐसी क्रिया जिसमें किसी क्रिया को निष्पन्न करने के लिए अवकाश का बोध हो, वह अवकाश बोधक क्रिया कहलाती है।

  • रमेश बहुत मुश्किलों के बाद ठीक हो पाया है।
  • मुझे बड़ी मेहनत के बाद नौकरी मिल पायी है।
  • अमन कठिन परिश्रम में बाद भी नहीं जीत पाया।

4. अनुमति बोधक

ऐसी क्रिया जिसे करने के लिए अनुमती दिए जाने का बोध होता है, उसे अनुमति बोधक क्रिया कहते है।

  • उसे जाने दो।
  • मुझे सोने दो।
  • रोहन को नौकरी करने दो।

5. नित्यता बोधक

जब किसी क्रिया के ख़त्म न होने का बोध प्रकट हो, तो उसे नित्यता बोधक क्रिया कहते है। जैसे –

  • जनसंख्या बढ़ रही है।
  • ठंडी बढ़ रही है।
  • अशोक चलता रहा।

6. आवश्यकता बोधक

जब किसी क्रिया में क्रिया की आवश्यकता या कर्तव्य का बोध हो, तो उसे आवश्यकता बोधक क्रिया कहते है। जैसे –

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  • मुझे बिज़नेस का काम सीखना चाहिए।
  • घर का सभी काम मुझे करना पड़ता है।
  • हमे किसी भी काम को जल्दी करना चाहिए।

7.निश्चय बोधक

ऐसी क्रिया जिसमें मुख्य क्रिया के निश्चय होने का बोध होता है, उसे निश्चय बोधक क्रिया कहते है।

  • मैं डॉक्टर बनूगा।
  • मैं कॉलेज जाऊंगा।
  • मैं मार दूंगा।

8. इच्छा बोधक

जिस क्रिया के द्वारा क्रिया के करने की इच्छा का बोध हो, तो उसे इच्छा बोधक क्रिया कहते है। जैसे –

  • मैं घूमना चाहती हूँ।
  • वह विदेश जाना चाहता है।
  • राधा लिखना चाहती है।

9. शक्ति बोधक

जिस क्रिया से कार्य करने की शक्ति का पता चलता है, उसे शक्ति बोधक क्रिया कहते है। जैसे –

  • आशा अच्छा नृत्य कर सकती है।
  • राम लिख सकता है।
  • सूरज लिख सकता है।

10. पुनरुक्त बोधक

जिस क्रिया में दो सामान ध्वनि वाली क्रिया के जुड़ने का बोध होते है, उसे पुनरुक्त बोधक कहते है। जैसे –

  • सीता रो-रो कर सो गयी।
  • दुनिया में अलग -अलग प्रकार के व्यक्ति है।
  • बच्चों को खेलना- कूदना अच्छा लगता है।

11. अभ्यास बोधक

ऐसी क्रिया जिसे करने में अभ्यास का पता चलता है, तो उसे अभ्यास बोधक क्रिया कहते है। जैसे –

  • वह अख़बार पढ़ा करता है।
  • वह निबंध लिखा करती है।
  • सोहन खेला करता है।

संयुक्त क्रिया से संबंधित महत्वपूर्ण सवालों के जवाब

संयुक्त क्रिया किसे कहते हैं?

जब दो क्रिया आपस में मिलकर एक नई क्रिया का निर्माण करती है, तो उसे संयुक्त क्रिया कहते है। ये क्रियाएं सकर्मक और अकर्मक दोनों दो सकती है।

संयुक्त क्रिया कितने प्रकार की होती है?

संयुक्त क्रिया 11 प्रकार की होती है।

‘वह ऑफिस जा चुकी है’ ये वाक्य किस क्रिया का बोध करा रही है?

इस वाक्य में क्रिया के समाप्त होने का बोध हो रहा है, इसलिए ये समाप्ति बोधक क्रिया है।

‘मैं किसी को भी हरा सकता हूँ’ यह कौन -सी क्रिया है?

इस वाक्य में शक्ति का बोध हो रहा है, इसलिए यह शक्ति बोधक क्रिया है।

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