मिश्र वाक्य की परिभाषा; – मनुष्य रोजमर्रा के दिनों में कई बातों पर विचार करते है, और उन्हें व्यक्त करते है। जब कोई व्यक्ति बात करता है तो दो या दो से अधिक सार्थक समूह के साथ अपनी बात को रखता है, तभी उसका सही-सही अर्थ निकल पाता है। आसान शब्दों में, जब कोई व्यक्ति बात करता है तो वह दो या दो से अधिक वाक्यों को मिलाकर अपने विचारों को प्रकट करते है।
मिश्र वाक्य की परिभाषा
ऐसे वाक्य जिसमे सरल वाक्य के साथ-साथ मुख्य उपवाक्य और अन्य उपवाक्य शामिल होते है। उसे ही Mishr Vakya कहते है। उपवाक्य का अर्थ है, जो, वह, जब, तब, जैसा, तैसा, कि, क्योकि, जितना, उतना, जहाँ, वहाँ, जिधर, उधर, यदि, अगर, जिसने, तो आदि। इन सभी शब्दों को आश्रित शब्द भी कहते है, यानी ये किसी और पर निर्भर होते है।
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Mishr Vakya के उदाहरण
- जैसे ही स्कूल की छुट्टी हुई वैसे ही बच्चे भाग निकले।
- मुझे यह पता नहीं था कि तुम्हारी तबियत ख़राब थी।
- अगर तुमने फिर से कोई गुस्ताखी की तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा।
- गाँधी जी कहते थे की हिंसा नहीं करनी चाहिए।
- राम को विश्वास है की शाम होली पर जरूर आएगा।
- जिसने काम नहीं किया वह खड़ा हो जाए।
- जब मैं स्टेशन पर पहुंचा तब मैं उससे मिला।
- जब असफल हो गए, तो शौक करना व्यर्थ है।
- मैं नहीं जानता कि उसका जन्म कहां हुआ है?
- जैसे ही सर्दी बढ़ी वैसे ही उसके जोड़ों का दर्द भी बढ़ गया।
- जब आपका फोन आ रहा था, तब मैं खाना खा रहा था।
- यह वही रोहित है, जो बहुत ज्यादा बीमार रहता है।
ऊपर बताये गए सभी उदाहरणों में जैसे, कि,अगर, जिसने, जब, तब, जो, तब, वैसे आदि शब्दों का बोध हो रहा है। तो इसका अर्थ ये मिश्र वाक्य है। लास्ट उदाहरण में लिखा है, यह वही रोहित है, जो बहुत ज्यादा बीमार रहता है। इस वाक्य में दो उपवाक्य शामिल है। यह वही रोहित है, यह पहला प्रधान वाक्य है। और दूसरा जो बहुत ज्यादा बीमार रहता है। यह एक आश्रित उपवाक्य है। इससे पता चलता है कि यह वाक्य Mishr Vakya के अंतर्गत आएगा।
Mishr Vakya को सरल वाक्य में ऐसे बदले –
सरल वाक्य : मेरे भाई ने जो मोबाइल खरीदा है वह नया है।
मिश्र वाक्य : मेरे भाई ने नया मोबाइल खरीदा।
सरल वाक्य : विकास ने अपने चाचा का घर खरीदा है।
मिश्र वाक्य : विकास ने घर खरीदा हुआ उसके चाचा का था।
सरल वाक्य : नौकरी मिल जाने पर भी मैं पढ़ता रहता हूँ।
मिश्र वाक्य : यद्यपि मुझे नौकरी मिल गई है तथापि में पढ़ता रहता हूं।
सरल वाक्य : वर्षो शुरू होते ही सब झूम उठते है।
मिश्र वाक्य : जैसे ही वर्षो शुरू हुई सब झूम उठते है।
सरल वाक्य : गांव में रहते हुए मैं खेतों में काम करता था।
मिश्र वाक्य : जब मैं गांव में रहता था तब खेतों में काम करता था।
सरल वाक्य : इसी जगह पर कभी मंदिर हुआ करता था।
मिश्र वाक्य : यही वह जगह है, जहां कभी मंदिर हुआ करता था।
सरल वाक्य : राजू फल खरीदने बाजार गया।
मिश्र वाक्य : राजू को फल खरीदने थे इसलिए वो बाजार गया।
सरल वाक्य : आम पक कर निचे गिरने लगे है।
मिश्र वाक्य : जो आम पक गए है वो नीचे गिरने लगे है।
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Mishr Vakya से संबंधित सवालों के जवाब FAQs –
मिश्र वाक्य किसे कहते है ?
ऐसे वाक्य जो दो या दो से अधिक वाक्य से मिलकर बने होते है, और जो स्वतंत्र न होकर एक दूसरे पर निर्भर होते है। उन्हें ही मिश्र वाक्य कहते है।
मिश्र वाक्य कितने प्रकार के होते है ?
ये तीन प्रकार के होते है। सरल,वाक्य, मिश्र वाक्य और संयुक्त वाक्य।
मिश्र वाक्य में कौन -कौन से उपवाक्य शामिल होते है ?
इस वाक्य के अंतर्गत कि, जब, जहाँ, जिसने, जो, जैसे,वैसे, जितना, जिधर, उधर, क्योकि, तो, ताकि, यद्यपि – तथापि आदि शब्द होते है।