जब हम कोई कार्य करते हैं तो वह हिंदी व्याकरण के अनुसार क्रिया (Verb) कहलाती है। किसी क्रिया को करने के लिए हमें दो चीज़ों की आवश्यकता होती है कर्ता और कार्य / कर्म। जब भी कोई कार्य किया जाता है तो काम करने वाला कर्ता और किया गया काम कार्य /कर्म कहलाता है। आप में से जिन पाठकों ने हिंदी व्याकरण पढ़ी होगी उन्हें पता होगा की हिंदी भाषा की व्याकरण में क्रिया का कितना महत्व है। यदि आप क्रिया के बारे में और अधिक जानना चाहते हैं तो आपको हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरूर पढ़ना चाहिए।
दोस्तों हम यहाँ पर आपसे जरूर कहना चाहेंगे की हमारे जो भी पाठक विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं तो उन्हें पता होगा की बहुत सी प्रतियोगी परीक्षाओं में हिंदी विषय से संबंधित क्रिया, विशेषण, संज्ञा, सर्वनाम आदि से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं।
आज के आर्टिकल में हमने आपको क्रिया क्या होती है, इसके कितने प्रकार हैं, उदाहरण आदि से जुड़ी विस्तृत जानकारी प्रदान की है। हम उम्मींद करते हैं की हिंदी व्याकरण (Grammer) क्रिया के बारे में हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित होगा। चलिए आर्टिकल में आगे बढ़ते हैं और जानते हैं क्रिया के बारे में।
क्रिया(Verb) किसे कहते हैं ?
- हिंदी व्याकरण के अनुसार क्रिया की परिभाषा :
- सरल शब्दों में कहें तो क्रिया हिंदी भाषा के वाक्यों में वह शब्द हैं जो किसी काम / कार्य / कर्म का बोध कराते हैं।
- क्रिया का शाब्दिक अर्थ होता है कर्ता द्वारा किसी कार्य का होना।
- हिंदी वाक्यों में क्रिया एक विकारी शब्द है जिसकी उत्पत्ति मूल धातु शब्द से हुई मानी जाती है।
- जब भी हम किसी मूल धातु शब्द में ना प्रत्यय लगाते हैं तो वह शब्द क्रिया बन जाती है।
- उदाहरण:
- जैसे: आना-जाना , खोना , खेलना, कूदना ,पढ़ना, लिखना आदि।
क्रिया की विशेषताएं :
हिंदी व्याकरण में क्रिया के उपयोग हेतु कुछ निम्नलिखित विशेषताएं हैं जो इस प्रकार से हैं –
- हिंदी भाषा में कोई भी वाक्य बिना क्रिया के पूर्ण नहीं होता है।
- हिंदी में प्रयोग होने वाली कुछ क्रियाएँ स्वयं से ही स्वघटित होती हैं और कुछ क्रियाओं को घटित किया जाता है।
- क्रिया शब्द एक या एक से अधिक शब्दों से मिलकर बनी होती है।
- क्रिया शब्दों में क्रिया के रूप पर लिंग, वचन, कारक, काल आदि का प्रभाव पड़ता है। क्रिया शब्दों में इन सभी का प्रभाव पड़ने से क्रिया शब्द विकारी शब्द कहलाते हैं।
क्रिया के वाक्य उदाहरण:
- महेश पत्र लिखता है।
- राम ही सदा लिखता है।
- अध्यापक छात्रों को पाठ पढ़ा रहा था।
- राम ने कृष्ण को पत्र लिखा।
- आज सभी पतंग उड़ा रहे हैं।
- राजीव दूध पी रहा है।
- विक्रम पढ़ रहा है।
- शास्त्री जी भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे।
- महेश क्रिकेट खेल रहा है।
- सुरेश खेल रहा है।
- राजा राम पुस्तक पढ़ रहा है।
- बच्चे क्रिकेट खेल रहे हैं।
- लड़कियाँ गाना गा रही हैं।
- गीता चाय बना रही है।
क्रिया-अनुबंध (Subject-Verb-Agreemet) के कुछ महत्व पूर्ण नियम:
हिंदी व्याकरण में क्रिया अनुबंध से संबंधित 12 महत्वपूर्ण नियम हैं जो वाक्य बनाने में प्रयोग किये जाते हैं –
धातु किसे कहते हैं ?
हिंदी वाक्यों में उपयोग होने वाले क्रिया शब्द का मूल रूप धातु कहलाता है। हिंदी भाषा में यदि किसी शब्द के अंत में आ, जा, खो, पा, ना आदि लगा हुआ है तो वह शब्द क्रिया शब्द कहलायेंगे और यदि इन शब्दों में ना, आ, पा आदि को हटा दिया जाए तो शब्द का मूल रूप धातु कहलायेगा।
धातु कितने प्रकार की होती है ?
हिंदी व्याकरण में धातु को मुख्यतः दो भागों में बांटा गया है –
- मूल धातु
- यौगिक धातु
मूल धातु क्या होती है ?
हिंदी वाक्य में प्रयोग होने वाले वह शब्द जो पूरी तरह से स्वतंत्र है और अन्य किसी शब्द पर निर्भर नहीं करते हैं। मूल धातु कहलाते हैं।
मूल धातु के उदाहरण:
शब्द | मूल धातु | प्रत्यय |
पढ़ना | पढ़ | ना |
रहना | रह | ना |
हथियाना | हाथ | ना |
रोना | रो | ना |
लिखना | लिख | ना |
मारना | मार | ना |
यौगिक धातु क्या होती है?
जब भी मूल धातु में कोई प्रत्यय लगाकर सयुंक्त धातु बनाई जाती है तो उसे यौगिक धातु कहा जाता है। हिंदी भाषा में संज्ञा और विशेषण शब्दों में प्रत्यय लगाकर बनाये जाने वाले शब्द यौगिक धातु का ही एक रूप हैं।
यौगिक धातु के उदाहरण:
यौगिक धातु के उदाहरण निम्नलिखित इस प्रकार से हैं
- चलना-फिरना
- सोना-उठना
- खेलना-कूदना
- खाना-पीना
- आना-जाना
- बतियाना आदि
दोस्तों धातु के इन दो प्रकार के अलावा अन्य चार प्रकार होते हैं जो इस प्रकार से हैं –
सामान्य धातु:
वह क्रिया शब्द जिनमें ना प्रत्यय लगा हो सामान्य धातु कहलाता है। क्रिया शब्दों में ना प्रत्यय जोड़कर सामान्य धातु बनाई जाती है।
सामान्य धातु के उदाहरण:
काटना, लिखना, पढ़ना, सुलाना, देखना, रोना, करना, सोना, बैठना आदि।
व्युत्पन्न धातु :
जब सामान्य धातु में प्रत्यय लगाकर कोई अर्थपूर्ण धातु बनाई जाती है तो उसे व्युत्पन्न धातु कहा जाता है। सामान्य धातु में किसी भी प्रकार का परिवर्तन करके व्युत्पन्न धातु बनाई जा सकती है।
व्युत्पन्न धातु के उदाहरण:
सामान्य धातु | व्युत्पन्न धातु |
देना | दिलवाना , दिलाना |
काट | कटवाना , काटना |
सोना | सुलवाना , सुलाना |
करना | करवाना , कराना |
पढ़ना | पढ़वाना , पढ़ाना |
नाम धातु:
हिंदी व्याकरण में जब भी हम किसी संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण या क्रिया विशेषण शब्दों में प्रत्यय लगाकर कोई शब्द बनाते हैं तो वह नाम धातु कहलाती है।
नाम धातु के उदाहरण:
- संज्ञा शब्द से बनने वाली नाम धातु :
संज्ञा शब्द | नाम धातु |
फिल्म | फिल्माना |
बिगाड़ | बिगाड़ना |
हाथ | हथियाना |
- सर्वनाम शब्द से बनने वाली नाम धातु :
सर्वनाम शब्द | नाम धातु |
अपना | अपनापन |
पराया | परायापन |
- विशेषण शब्द से बनने वाली नाम धातु :
विशेषण शब्द | नाम धातु |
---|---|
साठ | सठियाना |
तोतला | तुतलाना |
नरम | नरमाना |
गरम | गरमाना |
लज्जा | लजाना |
लालच | ललचाना |
चिकना | चिकनाना |
लँगड़ा | लँगड़ाना |
साठ | सठियाना |
- अनुकरणवाची शब्द से बनने वाली नाम धातु :
अनुकरणवाची शब्द | नाम धातु |
---|---|
थप-थप | थपथपाना |
थर- थर | थरथराना |
कँप-कँप | कंपकंपाना |
टन-टन | टनटनाना |
बड़-बड़ | बड़बड़ाना |
खट-खट | खटखटाना |
मिश्र धातु :
जब किसी संज्ञा, विशेषण एवं क्रिया विशेषण शब्दों में करना या होना प्रत्यय लगाए जाते हैं। इनसे बनने वाले नए शब्द मिश्र धातु कहलाती हैं।
मिश्र धातु के उदाहरण:
- मारना– गोता मारना, डींग मारना
- लेना– काम लेना, खा लेना
- जाना– चले जाना, सो जाना
- आना- याद आना, नजर आना
- खाना – मार खाना, हवा खाना
- होना या करना- काम करना, काम होना
- देना- पैसा देना, उधार देना आदि।
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क्रिया के भेद
क्रिया को मुख्यतः कर्म और प्रयोग के आधार पर दो भागों में विभाजित किया गया है –
कर्म के आधार पर क्रिया के प्रकार (Types):
कर्म के आधार पर क्रिया के दो प्रकार हैं –
- अकर्मक क्रिया: हिंदी वाक्य में जब की जाने क्रिया को कर्म की आवश्यकता नहीं होती है तो वह अकर्मक क्रिया कहलाती है। यहां हम आपको सरल भाषा में बता दें की वाक्य में प्रयोग होने वाली क्रिया का कर्ता पर कोई असर नहीं पड़ता है। अंग्रेजी में सकर्मक क्रिया को (Intransitive Verb) कहा जाता है।
- उदाहरण: उछलना, मरना, जीना, बरसना, रोना, चमकना, हँसता, चलता, दौड़ता, लजाना, होना, बढ़ना, खेलना, अकड़ना, डरना, बैठना, उगना, जीना, चमकना, डोलना, मरना, घटना, फाँदना, जागना, बरसना, उछलना, कूदना आदि।
अकर्मक क्रिया के वाक्य उदाहरण:
- सूरज निकला है।
- बच्चा खेलता है।
- राधा गाती है।
- वह चिल्लाता है।
- राम जाता है।
- विवेक नहाता है।
- बूँद-बूँद करके घड़ा भरता है।
- मेरे हाथ खुजलाते हैं।
- लड़का सोता है।
- गाड़ी दिखाई देती है।
अकर्मक क्रिया के भेद:
आपको बता दें की अकर्मक क्रिया के दो भेद हैं
- अपूर्ण अकर्मक क्रिया: जब किसी वाक्य में क्रिया को पूरा होने के लिए संज्ञा या विशेषण शब्द की आवश्यकता हो तो उसे अपूर्ण अकर्मक क्रिया कहा जाता है।
अपूर्ण अकर्मक क्रिया के वाक्य उदाहरण:
- वह व्यक्ति विदेशी दिखता है।
- रमेश चतुर है।
- विजय बेईमान निकला।
- राधा एक अच्छी लड़की थी।
- साधु चोर निकला।
- वह बीमार रहा।
- आप मेरे मित्र ठहरे।
- घोड़ा जाता है।
- पुस्तक मेज पर पड़ी है।
- मोहन खाना खाता है।
- पूर्ण अकर्मक क्रिया: जब किसी वाक्य में क्रिया को पूरा होने के लिए न तो किसी कर्म या किसी पूर्ति / पूरक शब्द की आवश्यकता हो तो उसे पूर्ण अकर्मक क्रिया कहा जाएगा। आप कह सकते हैं की अकर्मक क्रिया एक वास्तविक रूप ही पूर्ण अकर्मक क्रिया कहलाता है।
पूर्ण अकर्मक क्रिया के वाक्य उदाहरण:
- वह रात भर नहीं सोया।
- चिड़िया आकाश में उड़ती है।
- बच्चा रो रहा है।
- कुछ बालक हँस रहे थे।
- मेरा भाई शिक्षक हो गया।
- सोना पीला होता है।
- साधु चोर निकला।
- वह मनुष्य बुद्धिमान है।
- यह रास्ता लम्बा होता जा रहा है।
- वह लड़की पानी में डूब रही है।
- सकर्मक क्रिया: हिंदी वाक्यों में जब होने वाली क्रिया को कर्ता की आवश्यकता होती है या क्रिया कर्ता के द्वारा की जाती है तो वह क्रिया सकर्मक क्रिया कहलाती है। यदि हम सरल भाषा में समझें तो वाक्य में प्रयोग होने वाली क्रिया का प्रभाव कर्ता पर पड़ता है। अंग्रेजी में सकर्मक क्रिया को (Transitive Verb) कहा जाता है।
- उदाहरण: खाना , पीना , सुनना , देना , काटना , बेचना , खरीदना , खिलाना , पढ़ाना , धोना , डराना , जीतना ,रुलाना , हारना आदि।
सकर्मक क्रिया के वाक्य उदाहरण:
- रवीश हिंदी बोलता है।
- अंकुश शरीर खुजलाता है।
- राधा सब्जी बनाती है।
- हरीश फुटबॉल खेलता है।
- मनीषा खाना पकाती है।
- आतंकी गाडी चलाता है।
- राजू सुरेश को बुलाता है।
- पिंकू संतरा खाता है।
- महेश शिकार करता है।
- मोहन मंदिर जाता है।
सकर्मक क्रिया के भेद:
सकर्मक क्रिया के दो प्रकार होते है जो निम्नलिखित इस प्रकार से हैं –
- एककर्मक क्रिया: जिस क्रिया में एक ही कर्म हो रहा हो तो उसे एक कर्मक क्रिया कहा जाता है।
एक कर्मक क्रिया के वाक्य उदाहरण:
- विपिन किताब पढ़ता है।
- विकास फुटबॉल खेलता है।
- रमेश रोटी खाता है।
- मनीषा खाना पकाती है।
- हरीश फुटबॉल खेलता है।
- मनीषा खाना पकाती है।
- आतंकी गाड़ी चलाता है।
- मीरा फल लाती है।
- भँवरा फूलों का रस पीता है।
- द्विकर्मक क्रिया: जब किसी क्रिया में दो कर्म होने का बोध हो रहा हो तो उसे द्विकर्मक क्रिया कहा जाता है।
द्विकर्मक क्रिया के वाक्य उदाहरण:
- राम ने रावण का मुकुट गिराया।
- शुभम कालू की पत्तंग उड़ाता है।
- अर्जुन दुर्योधन को पछाड़ता है।
- आकाश विकास का काम करता है।
- मैंने राधा का खाना खा लिया।
- विकास श्याम की गाड़ी को चलाता है।
- श्याम ने राधा को रूपये दिए।
- मैंने राम को पुस्तक दी।
अकर्मक क्रिया से सकर्मक क्रिया बनाने के कुछ महत्वपूर्ण नियम:
- हिंदी व्याकरण के नियमों के अनुसार यदि दो अक्षर वाली धातु के प्रथम अक्षर को दीर्घ कर दिया जाय एवं तीन अक्षर वाली धातु के दूसरे अक्षर को दीर्घ कर दिया जाय तो अकर्मक क्रिया परिवर्तित होकर सकर्मक क्रिया बन जाती है।
क्रमांक | अकर्मक क्रिया शब्द | सकर्मक क्रिया शब्द |
1 | बिगड़ना | बिगाड़ना |
2 | टलना | टालना |
3 | पिटना | पीटना |
4 | उखड़ना | उखाड़ना |
5 | गड़ना | गाड़ना |
6 | लड़ना | लड़ाना |
7 | लदना | लादना |
8 | फंसना | फाँसना |
9 | संभलना | संभालना |
10 | कटना | काटना |
11 | मरना | मारना |
- जब किसी अकर्मक क्रिया की धातु के प्रथम अक्षर में इ या उ स्वर हो या स्वर की मात्रा हो तो मात्रा को दीर्घ करके अकर्मक क्रिया को सकर्मक क्रिया बनाया जाता है।
क्रमांक | अकर्मक क्रिया शब्द | सकर्मक क्रिया शब्द |
1 | मुड़ना | मोड़ना |
2 | दिखना | देखना |
3 | घिरना | घेरना |
4 | फिरना | फेरना |
5 | छिड़ना | छेड़ना |
- जिन अकर्मक धातु क्रिया में ट अक्षर का उपयोग किया गया हो तो ट अक्षर को ड में बदलकर अकर्मक क्रिया को सकर्मक क्रिया में परिवर्तित किया जाता है।
क्रमांक | अकर्मक क्रिया शब्द | सकर्मक क्रिया शब्द |
1 | छूटना | छोड़ना |
2 | फटना | फोड़ना |
3 | जुटना | जोड़ना |
4 | टूटना | तोड़ना |
5 | मटकना | मोड़ना |
प्रयोग के आधार पर क्रिया के प्रकार (Types):
हिंदी व्याकरण में प्रयोग के आधार क्रिया को चार भागों में विभाजित किया गया है।
1.संयुक्त क्रिया (Phrasal verb):
जब दो या दो से अधिक भिन्न-भिन्न क्रियाएं आपस में मिलकर किसी एक क्रिया को पूर्ण करती हैं तो उसे सयुंक्त क्रिया कहा जाता है।
उदाहरण: रोना व लगना ने मिलकर रोने लगा का निर्माण किया, पहुँच व जाना ने मिलकर पहुँच गया का निर्माण किया , पीना एवं लेना जोड़कर पी लिया, पढ़ने में लगना जोड़कर पढ़ने लगी ,बरसने व लगना ने मिलकर बरसने लगा का निर्माण किया, खेलना व लगना ने मिलकर खेलने लगा का निर्माण किया, चलना व रहना ने मिलकर चल रही का निर्माण किया इत्यादि।
संयुक्त क्रिया के वाक्य उदाहरण:
- मीरा महाभारत पढ़ने लगी।
- प्रियंका ने दूध पी लिया।
- मोहन नाचने लगा।
- राम विद्यालय से लौट आया।
- किशोर रोने लगा।
- वह घर पहुंच गया।
- आज पढ़ना-लिखना होगा।
- हम पढ़ाई कर चुके।
- पानी बरसने लगा।
- राम खेलने लगा।
2.सहायक क्रिया (Auxiliary verb):
वाक्य में उपयोग होने वाली मुख्य क्रिया के अर्थ को स्पष्ट करने के लिए जो क्रिया सहायक के रूप में उपयोग की जाती है वह सहायक क्रिया कहलाती है। हिंदी व्याकरण के अनुसार सहायक क्रिया वाक्य में काल का परिचायक होती है। आप सहायक क्रिया की मदद से वाक्य के काल समय के बारे में पता कर सकते हैं।
उदाहरण: है, था, रहे हो, रहे थे, रहा था, होगा, होगी , सकते, सकती, चाहिए इत्यादि।
सहायक क्रिया के वाक्य उदाहरण:
- मैं तुम्हारी मदद कर सकता हूँ।
- आज बारिश हो सकती है।
- तुम खा रहे हो।
- वे सब दौड़ रहे थे।
- हमें गरीबों की मदद करनी चाहिए।
- तुम क्या सीख रहे हो।
- तुम कुछ देख रही हो।
- वह जाग रहा होगा।
- मुझे आज आने में देर होगी।
- निशांत चल रहा है।
3.प्रेरणार्थक क्रिया (Causative Verb):
हिंदी वाक्य में जब कर्ता द्वारा किसी कार्य को करने में
प्रेरणार्थक क्रिया के वाक्य उदाहरण:
- गीता बच्चों को हिंदी पढ़ाती है.
- सुरेश आज नौकर से गाड़ी धुलवाना।
- आज तुम विजय से चाय बनवाना।
- वह सबसे चालान भरवाता है.
- महेश बच्चों को रुलाता है.
- राम श्याम से कपड़े धुलवाता है.
- शीला मीना से चाय बनवाती है.
- महेश बच्चों को रुलाता है.
- गीता बच्चों को हिंदी पढ़ाती है.
- पिता पुत्र से पत्र लिखवाता है.
प्रेरणार्थक क्रिया के प्रकार:
हिंदी व्याकरण में प्रेरणार्थक क्रिया को दो भागों में बांटा गया है –
- प्रत्यक्ष या प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया : जब किसी वाक्य में कर्ता द्वारा किये गए स्वयं के कार्य में सम्मिलित होकर दूसरों को कार्य करने की प्रेरणा देता है तो कार्य में होने वाली क्रिया प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया कहलाती है।
प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया के वाक्य उदाहरण
- मैं विद्यालय में भाषण देता हू।
- वह घर पर मुझे डांटती है।
- माँ परिवार के लिए भोजन बनाती है।
- जोकर सर्कस में खेल दिखाता है।
प्रेरणार्थक क्रिया बनाने के कुछ महत्वपूर्ण नियम:
- जब वाक्य के किसी शब्द की मूल धातु में आना प्रत्यय लगा हुआ हो तो वह शब्द प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया कहलाती है। इसी तरह शब्द की मूल धातु में वाना प्रत्यय लगा हुआ हो तो वह क्रिया द्वितीय प्रेरणार्थक क्रिया कहलाती है। आप नीचे दी गई टेबल में मूल धातु एवं प्रेरणार्थक क्रिया के उदाहरण को देखकर समझ सकते हैं –
मूल धातु शब्द | प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया रूप शब्द | द्वितीय प्रेरणार्थक क्रिया रूप शब्द |
उठ | उठाना | उठवाना |
गिर | गिराना | गिरवाना |
कट | काटना | कटवाना |
चल | चलाना | चलवाना |
सुन | सुनाना | सुनवाना |
पढ़ | पढ़ाना | पढ़वाना |
- जब किसी दो अक्षरों वाली मूल धातु में ऐ और औ की मात्राएं छोड़कर सभी स्वर की मात्राओं को जोड़ा जाता है तो मात्रा जुड़ने के बाद धातु लघु रूप या दीर्घ रूप में परिवर्तित हो जाती है। टेबल में दिए गए उदाहरण से समझिये।
मूल धातु शब्द | प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया रूप शब्द | द्वितीय प्रेरणार्थक क्रिया रूप शब्द |
जीतना | जिताना | जितवाना |
डूबना | डुबाना | डुबवाना |
बोलना | बुलाना | बुलवाना |
जागना | जगाना | जगवाना |
ओढ़ना | उढ़ाना | उढ़ावाना |
- जब किसी एक अक्षर वाली मूल धातु में ला और लवा को जोड़कर धातु की दीर्घ स्वर मात्रा को लघु स्वर मात्रा में परिवर्तित कर दिया जाता है तो वाक्य में प्रयोग होने वाली क्रिया प्रेरणार्थक क्रिया होती है।
मूल धातु शब्द | प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया रूप शब्द | द्वितीय प्रेरणार्थक क्रिया रूप शब्द |
पीना | पिलाना | पिलवाना |
सीना | सिलाना | सिलवाना |
सोना | सुलाना | सुलवाना |
देना | दिलाना | दिलवाना |
खाना | खिलाना | खिलवाना |
- अप्रत्यक्ष या द्वितीय प्रेरणार्थक क्रिया : जब किसी वाक्य में कर्ता के द्वारा स्वयं से कार्य ना किया गया हो परन्तु वह दूसरों को कार्य की प्रेरणा दे रहा हो तो ऐसे कार्य में उपयुक्त क्रिया को द्वितीय प्रेरणार्थक क्रिया कहा जाता है।
द्वितीय प्रेरणार्थक क्रिया के वाक्य उदाहरण
- वह अध्यापक से बच्चों को हिंदी सिखवाता है.
- सुरेश आज नौकर से गाड़ी धुलवाना।
- आज तुम विजय से चाय बनवाना।
- वह महेश से बच्चों को हँसवाता है.
- माँ आज खाने में दाल बनवाना।
4.पूर्वकालिक क्रिया(Preterite verb):
जब किसी हिंदी वाक्य में एक समय में दो क्रियाएं हो रही हों। और इन होने वाली दोनों क्रियाओं में दूसरी क्रिया पहली क्रिया से पहले संपन्न हुई हो तो इसमें पहले पूर्ण होने वाली क्रिया पूर्वकालिक क्रिया कहलायेगी। आपको बता दें की पूर्वकालिक क्रिया में वाक्य में आने वाले लिंग , पुरुष , वचन और काल का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। सरल भाषा में कहें तो पूर्वकालिक का शाब्दिक अर्थ होता है पहले पूर्ण होना।
पूर्वकालिक क्रिया के वाक्य उदाहरण:
- शंकर खाना खाकर सो गया।
- राधा खाना बनाकर नहाने गई।
- विक्रम फुटबॉल खेलकर दौड़ने गया
- मोहन शराब पीकर खाना खाने गया।
- सीता नहाकर मंदिर जाएगी।
क्रिया से संबंधित प्रश्न एवं उत्तर (FAQs):
जो धातु किसी ध्वनि (Sound) के कारण उत्पन्न हुई हो वह धातु अनुकरणात्मक धातु कहलाती है।
उदाहरण: पटकना, टनटनाना, खटकना आदि।
Verb Definition in English
A verb is a word that we use to refer to actions (what things do) and states of being (how things are).
अंग्रेजी भाषा में Verbs (क्रिया) के लगभग 11 प्रकार हैं –
Action verbs
Stative verbs
Transitive verbs
Intransitive verbs
Linking verbs
Helping verbs (also called auxiliary verbs)
Modal verbs
Regular verbs
Irregular verbs
Phrasal verbs
Infinitives
रमा हँसती है यह अकर्मक क्रिया का उदाहरण है।
दोस्तों प्रश्न में दिया गया वाक्य प्रेरणार्थक क्रिया का उदाहरण है।
व्याख्या : उपरोक्त वाक्य में दो कर्ता द्वारा कर्म किया जा रहा है। पहला कर्ता है मालिक और दूसरा कर्ता है नौकर। वाक्य में मालिक कार साफ़ करते हुए नौकर को देख रहा है जो की मालिक द्वारा किया गया कार्य है और नौकर कार साफ़ कर रहा है जो नौकर के द्वारा किया गया कार्य है।
जब भी वाक्य में कर्ता द्वारा कार्य करने हेतु प्रेरणा का भाव उत्पन्न हो तो कर्ता द्वारा की गई क्रिया प्रेरणार्थक क्रिया कहलाती है। जिन वाक्यांश में पढ़वाना, धुलवाना, दिलवाना आदि शब्द उपयोग किये गए हों वह प्रेरणार्थक क्रिया के उदाहरण हैं।
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