देश के लाखों युवा यह सपना देखते हैं की वह UPSC के द्वारा कराई जाने वाली सिविल सर्विस परीक्षा को पास कर IAS ऑफिसर बनेंगे परन्तु यह सपना लाखों में से कुछ हजारों का सपना सच हो पाता है। जैसा की आप जानते हैं की UPSC के द्वारा आयोजित यह परीक्षा देश में होने वाली कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। दोस्तों आज के लेख के माध्यम से हम आपको बताएँगे की IAS Kaise Bane, क्या है परीक्षा पैटर्न, परीक्षा का सिलेबस आदि।
यदि आप IAS की तैयारी कर रहे हैं तो आपके लिए हमारा यह आर्टिकल काफी मददगार साबित हो सकता है। चलिए आर्टिकल में आगे बढ़ते हैं और जानते हैं आईएएस अफसर कैसे बनें ?
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IAS से संबंधित हाई लाइट्स
आईएएस से संबंधित | महत्व पूर्ण जानकारियां |
स्थापना (Founded) | 1858 :- Honourable East India Company’s Civil Service (HEICCS) IAS :- 26 जनवरी 1950 |
Staff College | Lal Bahadur Shastri National Academy of Administration (LBSNAA) Mussoorie, Uttarakhand |
विभाग | कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग |
मंत्रालय | कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय |
कैडर (Cadre) की संख्या | 4,926 IAS Officers (जिसमें से 3,511 आईएएस ऑफिसर्स का सिलेक्शन UPSC की परीक्षा के द्वारा किया जाता है एवं 1,415 ऑफिसर्स को पदोन्नति के द्वारा आईएएस ऑफिसर्स के लिए चयनित किया जाता है।) |
परीक्षा | Civil Services Examination () |
Association | IAS (Central) Association |
वर्तमान में Head of the Civil services | राजीव गौबा (आईएएस) |
ऑफिसियल वेबसाइट | upsc.gov.in |
IAS के ऑनलाइन आवेदन हेतु वेबसाइट | upsconline.nic.in |
IAS Notice: Civil Services (Main) Examination,
दोस्तों यूपीएससी के द्वारा आईएएस मेंस परीक्षा के लिए नोटिफिकेशन जारी किया जा चूका है जो भी अभ्यर्थी परीक्षा के लिए आवेदन करना चाहते हैं वह यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट upsconline.nic.in पर जाकर 1 फ़रवरी से 21 फ़रवरी के बीच आवेदन कर सकते हैं।
IAS हेतु शैक्षिक योग्यता (Education Qualification)
यदि आप आईएएस परीक्षा के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आपके पास निम्नलिखित शैक्षिक योग्यता होनी चाहिए –
- आवेदक अभ्यर्थी देश के किसी भी मान्यता प्राप्त स्कूल / कॉलेज से इंटरमीडिएट (12th) पास होना चाहिए।
- आवेदक 12वीं के बाद देश के किसी भी मान्यता प्राप्त कॉलेज / युनिवर्सिटी से स्नातक किया हुआ होना चाहिए।
IAS परीक्षा में बैठने हेतु मौके (Attempt)
क्रम संख्या | वर्ग | मौके (Attempt) |
1 | सामान्य (General) | 6 |
2 | अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) | 9 |
3 | SC/ST | SC / ST वर्ग से संबंध रखने वाले अभ्यर्थी अपनी अधिकतम उम्र सीमा तक आईएएस की परीक्षा में बैठ सकते हैं। |
4 | PWD दिव्यांग | 9 |
आईएएस के लिए आयु सीमा
क्रम संख्या | श्रेणी | न्यूनतम आयु (Minimum Age) | अधिकतम आयु (Maximum Age) | जम्मू-कश्मीर के नागरिकों के लिए अधिकतम आयु (Year) |
1 | सामान्य (General) | 21 वर्ष | 32 वर्ष | 37 वर्ष |
2 | अनुसूचित जाति (Schedule Cast) | 21 वर्ष | 37 वर्ष | 42 वर्ष |
3 | अनुसूचित जनजाति (Schedule Tribes) | 21 वर्ष | 37 वर्ष | 42 वर्ष |
4 | अन्य पिछड़ा वर्ग (Other Backward Class) | 21 वर्ष | 35 वर्ष | 40 वर्ष |
5 | PWD (दिव्यांग) | 21 वर्ष | 42 वर्ष | General / OBC के लिए 42 वर्ष |
6 | भूतपूर्व सैनिक जो सेवा के दौरान अपंग / दिव्यांग हो चुके हैं। | 21 वर्ष | 37 वर्ष | – |
IAS ऑफिसर के तहत पद (Post)
आईएएस की ट्रेनिंग के बाद इन निम्नलिखित पदों पर अभ्यर्थियों को उनकी रैंक के अनुसार नियुक्ति दी जाती है –
- SDO (Sub Divisional Officer)
- SDM (Sub Divisional Magistrate)
- मुख्य विकास अधिकारी (CDO)
- संयुक्त कलेक्टर (Joint Collector)
- जिला कलेक्टर (District Collector)
- जिला मजिस्ट्रेट (District Magistrate)
- सदस्य बोर्ड ऑफ राजस्व
- राजस्व बोर्ड के अध्यक्ष
- डिप्टी कमिश्नर
- विभागीय आयुक्त
आईएएस कैसे बने ?
- दोस्तों ये तो आप जानते हैं आईएएस परीक्षा देश में होने वाले कठिन परीक्षाओं में से एक है। जिसके लिए आपको एक नियमित टाइम टेबल के साथ अच्छी बुक्स को पढ़ना जरूरी है।
- पर सवाल यहाँ यह आता है की आईएएस बनने के लिए तैयारी कैसे करें ? तो हम आपको बता दें की आईएएस जैसी परीक्षा को देने के लिए आपके अंदर आत्मविश्वास की कमीं नहीं होनी चाहिए।
- आईएएस की परीक्षा की तैयारी के लिए आपका मनोबल और इच्छाशक्ति मजबूत होनी चाहिए।
- आईएएस की परीक्षा देने के लिए आपको सबसे पहले आपको 12 वीं तक अपनी स्कूल की पढ़ाई पूरी करनी होगी।
- इसके बाद आपको देश के मान्यता प्राप्त कॉलेज या यूनिवर्सिटी से अपना ग्रेजुएशन पूरा करना होगा। ध्यान रखें की बिना ग्रेजुएशन पूरा किये आप UPSC की IAS परीक्षा के आवेदन के लिए पात्र नहीं हो पाएंगे।
- अपना ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद आप ऑनलाइन माध्यम से परीक्षा के लिए Apply कर सकते हैं। परीक्षा साल में दो बार ली जाती है मार्च से अप्रैल माह में प्रारम्भिक परीक्षा और जुलाई से अगस्त माह में मुख्य परीक्षा होती है।
- दोस्तों हम आपसे कहेंगे की आप परीक्षा की तैयारी स्वयं से कीजिये तो ज्यादा अच्छा होगा नहीं आप किसी अच्छे कोचिंग संस्थान की मदद ले सकते हैं।
- परीक्षा की तैयारी के लिए आपको प्रतिदिन कम से कम 7 से 8 घंटे पढ़ाई करनी होती है।
यहां हम आपको IAS की तैयारी के लिए कुछ बुक्स के बारे में बता रहे हैं जिनसे आप IAS सिविल एग्जाम की अच्छी तैयारी कर सकते हैं –
विषय | किताबें (Books) | लेखक |
सामान्य अध्ययन पेपर-1 | भारतीय कला और संस्कृति प्राचीन भारत भारत का स्वतंत्रता संघर्ष मध्यकालीन भारत के इतिहास | नितिन सिंघानिया आरएस शर्मा बिपन चंद्र सतीश चंद्र |
भूगोल पेपर-1 | भारत का भूगोल विश्व भूगोल | माजिद हुसैन माजिद हुसैन |
राजव्यवस्था और अंतर्राष्ट्रीय संबंध पेपर-2 | भारतीय राजव्यवस्था भारत के संविधान का परिचय 21वी शताब्दी में अन्तरराष्ट्रीय संबंध | एम लक्ष्मीकांत डीडी बसु पुष्पेश पंत |
अर्थव्यवस्था पेपर-3 | भारत में आर्थिक विकास और नीतियां भारत की आंतरिक सुरक्षा और मुख्य चुनौतियां | जैन और ओहरी अशोक कुमार |
नीति GS पेपर-4 | सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के लिए नैतिकता, सत्यनिष्ठा और योग्यता | सुब्बा राव और पीएन रॉय चौधरी |
IAS officer को Salary (वेतन) कितना मिलता है ?
एक अभ्यर्थी के अपना Training सेशन पूर्ण करने के बाद जब नियुक्ति की जाती है तो IAS अधिकारी को भारत सरकार के 7वें वेतन आयोग के 16,500 ग्रेड पे के अनुसार सभी प्रकार के भत्तों सहित प्रतिमाह 56,100/- रूपये न्यूनतम वेतन दिया जाता है। जो की अधिकतम वेतन प्रतिमाह 2,50,000/- रुपये तक पहुँच जाता है।
आईएएस ऑफिसर को मिलने वाले भत्ते
एक IAS अधिकारी को निम्नलिखित भत्ते वेतन के साथ दिए जाते हैं –
सकल वेतन = मूल वेतन + ग्रेड वेतन + डीए + एचआरए + सीए + अन्य भत्ते
- महंगाई भत्ता (Dearness allowance)
- मकान किराया भत्ता (House rent allowance)
- यात्रा भत्ता (Travel allowance)
- परिवहन भत्ता (Transportation allowance)
- चिकित्सा भत्ता (Medical allowance
IAS अधिकारी का Rank के आधार पर ग्रेड पे और वेतन
वेतन श्रेणी | ग्रेड | मूल वेतन | ग्रेड पे | सेवा अवधि | पद |
10 | जूनियर स्केल | ₹ 50,000 – ₹ 1,50,000 | ₹ 16,500 | 0-4 वर्ष | एसडीएम, एसडीओ, एडीएम (2 साल की परिवीक्षा (Probation) अवधि के बाद) |
11 | सीनियर टाइम स्केल | ₹ 50,000 – ₹ 1,50,001 | ₹ 20,000 | 5 वर्ष | डीएम, डीसी, संयुक्त सचिव |
12 | जूनियर प्रशासनिक ग्रेड | ₹ 50,000 – ₹ 1,50,002 | ₹ 23,000 | 9 वर्ष | विशेष सचिव, राज्य सरकार के विभाग प्रमुख |
13 | चयन ग्रेड | ₹ 1,00,000 – ₹ 2,00,000 | ₹ 26,000 | 12-15 वर्ष | मंत्रालय विभाग प्रमुख |
14 | सुपर टाइम स्केल | ₹ 1,00,000 – ₹ 2,00,000 | ₹ 30,000 | 17-20 वर्ष | किसी मंत्रालय का निदेशक |
15 | सुपर टाइम स्केल से ऊपर | ₹ 1,00,000 – ₹ 2,00,000 | ₹ 30,000 | निश्चित नहीं | कमिश्नर, अपर सचिव |
16 | एपेक्स स्केल | ₹ 2,40,000 (निश्चित) | – | निश्चित नहीं | मंत्रालयों में मुख्य सचिव |
17 | कैबिनेट सचिव ग्रेड | ₹ 2,70,000 | – | निश्चित नहीं | कैबिनेट सचिव |
आईएएस परीक्षा पैटर्न
UPSC के द्वारा कराई जाने वाली IAS, IPS की परीक्षाएं तीन चरणों में कराई जाती हैं जो की पूर्णतः ऑफलाइन माध्यम से पुरे देश में UPSC के परीक्षा केंद्रों में संपन्न कराई जाती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें प्रारम्भिक परीक्षा द्विभाषीय (Bilingual) हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही भाषा में होती है।
जिसमें प्रश्न दोनों ही भाषा में पूछे जाते हैं। इससे संबंधित जानकारी को हमने जिसके बारे में हमने आपको आर्टिकल में आगे बताया है –
- प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam)
- मुख्य परीक्षा (Mains Exam)
- साक्षात्कार (Interview)
1 IAS परीक्षा का पहला चरण (Preliminary Exam) :- जो भी अभ्यर्थी आईएएस परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं उन्हें सबसे पहले Preliminary Exam देना होता है जो एक वस्तुनिष्ठ (Multiple Choice) प्रश्नों पर आधारित होती है। इस परीक्षा में दो पेपर लिए जाते हैं
- पहला पेपर (Paper I: General Studies) सामान्य अध्ययन का होता है जो सामान्य ज्ञान के प्रश्नों पर आधारित होता है। इस पेपर में कुल 100 प्रश्न पूछे जाते हैं जो कुल 200 अंक के होते हैं।
- दूसरा पेपर (Paper-II: General Studies-II (CSAT)) तर्क शक्ति और गणित के प्रश्नों पर आधारित होता। इस पेपर में प्रश्नों की संख्या 80 होती है जो कुल 200 अंक के होते हैं।
- परीक्षा में नेगेटिव (Negative) मार्किंग का भी प्रावधान है जिसके तहत अभ्यर्थी द्वारा किसी प्रश्न का गलत उत्तर दिए जाने पर 1/3 अंक की कटौती की जाती है।
पेपर | प्रश्नों की संख्या | अंक | समय अवधि |
Paper I: General Studies (Objective-type) | 100 | 200 Marks | 2 घंटे |
Paper-II: General Studies-II (CSAT) (Objective-Type) | 80 | 200 Marks | 2 घंटे |
कुल अंक | 400 Marks |
2 IAS परीक्षा का दूसरा चरण (Mains Exam) :- दोस्तों आपको बता दें की जो भी अभ्यर्थी प्रारम्भिक परीक्षा को पास कर लेता है उसे परीक्षा के दूसरे चरण मुख्य परीक्षा को क्वालीफाई (Qualify) करना होता है।
इस परीक्षा में कुल मिलकर 7 पेपर लिए जाते हैं। जो की एक तरह की लिखित परीक्षा होती है। मुख्य परीक्षा से संबंधित जानकारी हमने नीचे टेबल में दी है।
पेपर | विषय (Subject) | अंक | समय अवधि | पेपर का प्रकार (Type of Paper) |
Paper A | Compulsory Indian language | 300 Marks | 3 घंटे | Descriptive (विवरणात्मक) |
Paper B | English (अंग्रेजी) | 300 Marks | 3 घंटे | Descriptive (विवरणात्मक) |
Paper I | Essay (निंबध) | 250 Marks | 3 घंटे | Descriptive (विवरणात्मक) |
Paper II | (सामान्य अध्ययन) General Studies I (भारतीय विरासत और संस्कृति, विश्व और समाज का इतिहास और भूगोल) | 250 Marks | 3 घंटे | Descriptive (विवरणात्मक) |
Paper III | (सामान्य अध्ययन) General Studies II (शासन, संविधान, राजनीति, सामाजिक न्याय और अंतर्राष्ट्रीय संबंध) | 250 Marks | 3 घंटे | Descriptive (विवरणात्मक) |
Paper IV | (सामान्य अध्ययन) General Studies III (प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव-विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन) | 250 Marks | 3 घंटे | Descriptive (विवरणात्मक) |
Paper V | (सामान्य अध्ययन) General Studies IV (नैतिकता, ईमानदारी और योग्यता) | 250 Marks | 3 घंटे | Descriptive (विवरणात्मक) |
Paper VI | वैकल्पिक विषय – पेपर 1 | 250 Marks | 3 घंटे | Descriptive (विवरणात्मक) |
Paper VII | वैकल्पिक विषय – पेपर 2 | 250 Marks | 3 घंटे | Descriptive (विवरणात्मक) |
Sub Total Written Test | 1750 Marks | |||
Personality Test | 275 Marks | |||
कुल अंक | 2025 Marks |
मुख्य परीक्षा हेतु वैकल्पिक विषयों की सूची
क्रमांक | विषय (Subject) |
1 | Agriculture (कृषि विज्ञान) |
2 | Animal Husbandry and Veterinary Science (पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान) |
3 | Anthropology (मनुष्य जाति का विज्ञान) |
4 | Botany (वनस्पति विज्ञान) |
5 | Civil Engineering |
6 | Commerce and Accountancy (वाणिज्य और लेखा) |
7 | Economics (अर्थशास्त्र) |
8 | Electrical Engineering |
9 | Geography (भूगोल) |
10 | Geology (भूगर्भशास्त्र) |
11 | History (इतिहास) |
12 | Law (कानून) |
13 | Management |
14 | Mathematics (गणित) |
15 | Mechanical Engineering |
16 | Medical Science |
17 | Philosophy (दर्शन शास्त्र) |
18 | Physics (भौतिकी) |
19 | Political Science and International Relations (राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंध) |
20 | Psychology (मनोविज्ञान) |
21 | Public Administration |
22 | Sociology (समाज शास्त्र) |
23 | Statistics (सांख्यिकी) |
24 | Zoology (जंतु विज्ञान) |
परीक्षा के लिए साहित्यिक विषयों की सूची
क्रमांक | साहित्यिक विषय (Literature Subjects) | लिपि (Script) |
1 | असमी | असमी |
2 | बंगाली | बंगाली |
3 | बोडो | देवनागरी |
4 | डोगरी | देवनागरी |
5 | गुजराती | गुजराती |
6 | हिंदी | देवनागरी |
7 | कन्नड़ | कन्नड़ |
8 | कश्मीरी | पर्शियन |
9 | कोंकणी | देवनागरी |
10 | मैथिली | देवनागरी |
11 | मलयालम | मलयालम |
12 | मणिपुरी | बंगाली |
13 | मराठी | देवनागरी |
14 | नेपाली | देवनागरी |
15 | ओड़िया | ओड़िया |
16 | पंजाबी | गुरमुखी |
17 | संस्कृत | देवनागरी |
18 | संथाली | देवनागरी / ऑलचिकि |
19 | सिंधी | देवनागरी / अरेबिक |
20 | तमिल | तमिल |
21 | तेलगु | तेलगु |
22 | उर्दू | देवनागरी |
23 | अंग्रेजी | लैटिन |
3 IAS परीक्षा का तीसरा चरण (Interview) :- उपरोक्त दो चरणों में सफल अभ्यर्थियों को परीक्षा के तीसरे चरण के लिए बुलाया जाता है। जिसमें एक तरह इंटरव्यू पैनलिस्ट के द्वारा अभ्यर्थी का पर्सनालिटी टेस्ट लिया जाता है। इंटरव्यू में पूछे जाने वाले प्रश्न मानसिक तर्कशक्ति और सामान्य जीवन, शैक्षणिक आदि से संबंधित होते हैं। इंटरव्यू राउंड समाप्त होने के बाद। यूपीएससी (UPSC) के द्वारा मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है। जिन भी अभ्यर्थियों को आयोग के द्वारा चयनित किया जाता है। उनके नाम की जानकारी मेरिट लिस्ट में दी जाती है। इसके बाद अभ्यर्थियों को IAS की ट्रेनिंग के लिए उत्तराखंड राज्य के मसूरी में स्थित LBSNAA अकेडमी जाना होता है। जहाँ अभ्यर्थियों की कुछ महीने की ट्रेनिंग के पश्चात आईएएस ऑफिसर के पदों पर नियुक्ति कर दी जाती है।
UPSC आईएएस परीक्षा का Syllabus (सिलेबस)
1 प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam) सिलेबस :-
पेपर – I : सामान्य अध्ययन (General Studies) :-
- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की वर्तमान घटनाएं।
- भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन।
- आर्थिक और सामाजिक विकास-सतत विकास, गरीबी, समावेश, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र की पहल आदि।
- पर्यावरणीय पारिस्थितिकी, जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन पर सामान्य मुद्दे
- सामान्य विज्ञान
- भारतीय और विश्व भूगोल-भौतिक, सामाजिक, भारत और विश्व का आर्थिक भूगोल।
- भारतीय राजनीति और शासन-संविधान, राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, सार्वजनिक नीति, अधिकार मुद्दे, आदि।
पेपर II : सामान्य अध्ययन II (CSAT) :-
- सामान्य मानसिक क्षमता
- बेसिक संख्या अंक गणित (संख्या और उनके संबंध, परिमाण के आदेश, आदि), डेटा व्याख्या (चार्ट, रेखांकन, तालिकाओं, डेटा पर्याप्तता आदि)
- संचार कौशल सहित पारस्परिक कौशल
- तार्किक तर्क और विश्लेषणात्मक क्षमता
- निर्णय लेना और समस्या समाधान
2 मुख्य परीक्षा (Mains Exam) सिलेबस :-
Paper A: Compulsory Indian language: –
इस पेपर को क्वालीफाई करने के लिए आपको कम से कम 25 % अंक लाना जरूरी है।
- बोधगम्यता (Comprehension of given passages)
- संक्षिप्त लेखन (Precis Writing)
- शब्द प्रयोग व शब्द भण्डार (Usage and Vocabulary)
- लघु निबंध (Short Essay)
Paper B : English (अंग्रेजी) :-
पेपर B को क्वालीफाई करने के लिए आपको कम से कम 25 % अंक लाना जरूरी है।
- Comprehension of given passages (बोधगम्यता)
- Precis Writing (संक्षिप्त लेखन)
- Usage and Vocabulary (शब्द प्रयोग व शब्द भण्डार)
- Short Essay (लघु निबंध)
पेपर I : निबंध लेखन (Essay writing) :-
- Essay (निबंध)
पेपर II : (सामान्य अध्ययन) General Studies I :-
- भारतीय संस्कृति में प्राचीन काल से आधुनिक काल तक के कला के रूप, साहित्य और वास्तुकला
- महिलाओं की भूमिका और महिला संगठन, जनसँख्या एवं सम्बद्ध मुद्दे, गरीबी और विकासात्मक विषय, शहरीकरण उनकी समस्याएं और उनके समाधान। भारतीय समाज पर भूमंडलीकरण का प्रभाव।
- 18वीं सदी के लगभग मध्य से लेकर वर्तमान समय तक का आधुनिक भारतीय इतिहास – महत्वपूर्ण घटनाएं, व्यक्तित्व, विषय।
- भारतीय समाज की मुख्य विशेषताएं, भारत की विविधता।
- स्वतंत्रता संग्राम – इसके विभिन्न चरण और देश के विभिन्न भागों से इसमें अपना योगदान देने वाले महत्वपूर्ण व्यक्ति/उनका योगदान। स्वतंत्रता के पश्चात देश के अंदर एकीकरण और पुनर्गठन।
- 18 वीं शताब्दी की घटनाओं सहित दुनिया का इतिहास – औद्योगिक क्रांति, राष्ट्रीय सीमाओं का पुनर्वितरण, विश्व युद्ध, उपनिवेशीकरण, विघटन, पूंजीवाद, राजनीतिक दर्शन जैसे साम्यवाद, समाजवाद आदि – समाज पर उनके रूप और प्रभाव।
- सामाजिक सशक्तिकरण, सम्प्रदायवाद, क्षेत्रवाद और धर्म-निरपेक्षता।
- विश्व भर में प्रमुख प्राकृतिक संसाधनों का वितरण , विश्व के भौतिक भूगोल की मुख्य विशेषताएं।
- भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखी हलचल, चक्रवाक आदि जैसी महत्वपूर्ण भू-भौतिकीय घटनाएँ, भूगोलीय विशेषताएं और उनके स्थान-अति महत्वपूर्ण भूगोलीय विशेषताओं (जल-स्रोत) और वनस्पति एवं प्राणी-जगत परिवर्तन और इस प्रकार के परिवर्तनों के प्रभाव।
- दुनिया के विभिन्न हिस्सों (भारत सहित) में उद्योग।
- दक्षिण एशिया और भारतीय उपमहाद्वीप प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक क्षेत्र के स्थान के लिए जिम्मेदार कारक।
पेपर III : (सामान्य अध्ययन) General Studies II :-
- भारतीय संवैधानिक योजना की अन्य देशों के साथ तुलना।
- भारतीय संविधान- ऐतिहासिक आधार, विकास, संविधान की विशेषताएं, संशोधन, महत्वपूर्ण प्रावधान और बुनियादी संरचना।
- संसद और राज्य विधायिका – संरचना, कार्य, कार्य संरचना, शक्तियाँ एवं विशेषाधिकार और इनसे उत्पन्न होने वाले विषय।
- कार्यपालिका और न्यायपालिका की संरचना, संगठन और कार्य – सरकार के मंत्रालय एवं विभाग; प्रभावक समूह और औपचारिक / अनौपचारिक संघ और शासन प्रणाली में उनकी भूमिका।
- संघ एवं राज्यों के कार्य और उत्तरदायित्व, संघीय ढांचे से संबंधित विषय एवं चुनौतियां, स्थानीय स्तर पर शक्तियों और वित्त का हस्तांतरण और उसकी चुनौतियाँ।
- जनप्रतिनिधित्व अधिनियम की प्रमुख विशेषताएं। विभिन्न संवैधानिक पदों पर नियुक्ति और विभिन्न संवैधानिक निकायों की शक्तियां, कार्य और उत्तरदायित्व।
- विकास प्रक्रिया तथा विकास उद्योग – गैर सरकारी संगठनो, स्वयं सहायता समूहों, विभिन्न समूहों संघो, दानकर्ताओं, लोकोपकारी संस्थाओं, संस्थागत एवं अन्य पक्षों की भूमिका।
- केंद्र और राज्यों द्वारा जनसंख्या के अति संवेदनशील वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ और इन योजनाओं का कार्य-निष्पादन, इन अति संवेदनशील वर्गों की रक्षा एवं बेहतरी के लिए गठित तंत्र, विधि, संस्थान एवं निकाय।
- सरकारी नीतियों और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए हस्तक्षेप और उनके अभिकल्पन तथा कार्यान्वयन के कारण उत्पन्न विषय।
- द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और भारत से संबंधित और/अथवा भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार। भारत के हितों, भारतीय परिदृश्य पर विकसित और विकासशील देशों की नीतियां तथा राजनीति का प्रभाव।
- महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, संस्थाएं और मंच – उनकी संरचना, अधिदेश। स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधनों से संबंधित सामाजिक क्षेत्र / सेवाओं के विकास और प्रबंधन से संबंधित विषय।
- सांविधिक, विनियामक और विभिन्न अर्ध-न्यायिक निकाय। गरीबी और भूख से संबंधित विषय।
- शासन व्यवस्था, पारदर्शिता और जवाबदेही के महत्वपूर्ण पक्ष, ई-गवर्नेंस- अनुप्रयोग मॉडल, सफलताएं, सीमाएं और संभावनाएं; नागरिक चार्टर, पारदर्शिता एवं जवाबदेही और संस्थागत तथा अन्य उपाय।
- लोकतंत्र में सिविल सेवाओं की भूमिका। भारत एवं उसके पड़ोसी-संबंध।
पेपर IV : (सामान्य अध्ययन) General Studies III :-
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी- विकास एवं अनुप्रयोग और रोजमर्रा के जीवन पर इसका प्रभाव। बुनियादी ढांचा: ऊर्जा, बंदरगाह, सड़क, विमानपत्तन, रेलवे आदि। निवेश मॉडल।
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में भारतीयों की उपलब्धियां; देशज रूप से का विकास और नई प्रौद्योगिकी का विकास।
- सुचना प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, कंप्यूटर, रोबोटिक्स, नैनो-टेक्नोलॉजी, बायो-टेक्नोलॉजी और बौद्धिक संपदा अधिकारों से संबंधित विषयों के क्षेत्र में जागरूकता। आपदा और आपदा प्रबंधन।
- संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण, पर्यावरण प्रभाव का आकलन।
- विकास और फैलते उग्रवाद के बीच संबंध। संचार नेटवर्क के माध्यम से आंतरिक सुरक्षा को चुनौती, आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों में मीडिया और सामाजिक नेटवर्किंग साइटों की भूमिका, साइबर सुरक्षा की बुनियादी बातें, धन-शोधन और इसे रोकना।
- विभिन्न सुरक्षा बल और संस्थाएं तथा उनके अधिदेश। आंतरिक सुरक्षा के लिए चुनौती उत्पन्न करने वाले शासन विरोधी तत्वों की भूमिका।
- सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा चुनौतियां एवं उनका प्रबंधन – संगठित अपराध और आतंकवाद के बीच संबंध। भारत में भूमि सुधार।
- भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोजगार से संबंधित विषय। समावेशी विकास तथा इससे उत्पन्न विषय। सरकारी बजट।
- प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कृषि सहायता तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य से संबंधित विषय; जन वितरण प्रणाली- उद्देश्य, कार्य, सीमाएँ, सुधार; बफर स्टॉक और खाद्य सुरक्षा के संबंधी विषय; प्रौद्योगिकी मिशन; पशु-पालन संबंधी अर्थशास्त्र।
- भारत में खाद्य प्रसंस्करण और संबंधित उद्योग और महत्व, स्थान, अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम आवश्यकताओं, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन।
- मुख्य फसलें – देश के विभिन्न भागों में फसलों का पैटर्न, – सिंचाई के विभिन्न प्रकार एवं सिंचाई प्रणाली-कृषि उत्पाद का भंडारण, परिवहन तथा विपणन, संबंधित विषय और बाधाएं: किसानों की सहायता के लिए ई-प्रौद्योगिकी।
- उदारीकरण का अर्थव्यवस्था पर प्रभाव, औद्योगिक नीति में परिवर्तन तथा औद्योगिक विकास पर इनका प्रभाव।
पेपर V : (सामान्य अध्ययन) General Studies IV :-
- सिविल सेवा के लिए अभिरुचि तथा बुनियादी मूल्य, सत्यनिष्ठा, भेदभाव रहित तथा गैर-तरफदारी, निष्पक्षता सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण भाव, कमजोर वर्गों के प्रति सहानुभूति, सहिष्णुता तथा संवेदना।
- अभिवृत्ति: सारांश (कंटेन्ट) संरचना, वृत्ति, विचार तथा आचरण के परिप्रेक्ष्य में इसका प्रभाव एवं संबंध; नैतिक और राजनीतिक अभिरुचि; सामाजिक प्रभाव और धारणा। सरकार एक ऐसे कार्यबल का प्रयास करती है जो लिंग संतुलन को दर्शाता है और महिला उम्मीदवारों को आवेदन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। भावनात्मक खुफिया-अवधारणाएं, और प्रशासन और शासन में उनकी उपयोगिताओं और अनुप्रयोग।
- लोक प्रशासनों में लोक/सिविल सेवा मूल्य तथा नीतिशास्त्र: स्थिति तथा समस्याएं; सरकारी तथा निजी संस्थानों में नैतिक चिंताएँ तथा दुविधाएं; नैतिक मार्गदर्शन के स्रोतों के रूप में विधि, नियम, विनियम तथा अंतरात्मा; शासन व्यवस्था में नीतिपरक तथा नैतिक मूल्यों का शुद्धिकरण; अंतरराष्ट्रीय संबंधों तथा निधि व्यवस्था (फंडिंग) में नैतिक मुद्दे; कॉर्पोरेट शासन व्यवस्था ।
- भारत तथा विश्व के नैतिक विचारकों और दार्शनिकों के योगदान। शासन व्यवस्था में ईमानदारी: लोक सेवा की अवधारणा; शासन व्यवस्था और ईमानदारी का दार्शनिक आधार, सरकार में सूचना का आदान-प्रदान और पारदर्शिता, शासन और आवश्यकता के दार्शनिक आधार, नीतिपरक, आचार संहिता, सूचना का अधिकार, आचरण संहिता, कार्य संस्कृति, सेवा प्रदान करने की गुणवत्ता, लोक निधि का उपयोग, भ्रष्टाचार की चुनौतियाँ।
- उपयुर्क्त विषयों पर मामला संबंधी अध्ययन (केस स्टडी)। नीतिशास्त्र तथा मानवीय सह-संबंध: मानवीय क्रियाकलापों में नीतिशास्त्र का सार तत्व, इसके निर्धारक और परिणाम; नीतिशास्त्र के आयाम; निजी और सार्वजनिक संबंधों में नीतिशास्त्र। मानवीय मूल्य – महान नेताओं, सुधारकों और प्रशासकों के जीवन तथा उनके उपदेशों से शिक्षा; मूल्य विकसित करने में परिवार, समाज और शैक्षणिक संस्थाओं की भूमिका।
- मानव मूल्य – महान नेताओं, सुधारकों और प्रशासकों के जीवन और शिक्षाओं से सबक; मूल्यों को विकसित करने में परिवार समाज और शैक्षणिक संस्थानों की भूमिका।
क्या होते हैं IAS अधिकारी के कार्य ?
एक आईएएस आधिकारिक को निम्नलिखित कार्यों और जिम्मेदारीयों का निर्वहन करना होता है जो इस प्रकार से हैं –
- आईएएस अधिकारी जिस जिला क्षेत्र में एक SDM अधिकारी के रूप में कार्यरत है तो उसे क्षेत्र की कानून व्यवस्था बनाये रखनी होती है।
- एक CDO अधिकारी जिला का विकास आयुक्त होता है।
- एक IAS अधिकारी को सरकार की नीतियों का संरक्षण करना होता है। जिसके लिए IAS ऑफिसर को औपचारिक निरिक्षण यात्राएं भी करनी होती हैं।
- सरकार की नीतियां बनाने में आईएएस अधिकारी को संयुक्त सचिव और उप सचिव के रूप में कार्य करना होता है।
- IAS अधिकारी को सरकार के राजस्व संग्रह से संबंधित कार्यों का निर्वहन और संरक्षण भी करना होता है।
IAS से जुड़े प्रश्न एवं उत्तर (FAQs)
IAS की फुल फॉर्म क्या होती है ?
IAS की फुल फॉर्म :- Indian Administrative Service
LBSNAA लबसना क्या है ?
लबसना उत्तराखंड राज्य के मसूरी में स्थित आईएएस प्रशिक्षण अकेडमी है जहाँ इंटरव्यू में सेलेक्ट हुए अभ्यर्थियों को ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता है।
LBSNAA लबसना का पूरा नाम क्या है ?
LBSNAA लबसना का पूरा नाम लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी है।
आईएएस के लिए Apply कैसे करें
अगर आप UPSC आईएएस परीक्षा के लिए अप्लाई करना चाहते हैं। तो आप UPSC की वेबसाइट upsconline.nic.in पर जाकर ऑनलाइन माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
वर्तमान में IAS के Head कौन हैं ?
वर्तमान में IAS के Head राजीव गौबा (आईएएस) हैं जो की 1982 बैच के IAS ऑफिसर हैं।
आईएएस के ऑनलाइन आवेदन हेतु शुल्क कितना है ?
सिविल service exam आईएएस का सभी वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए आवेदन शुल्क 100 रूपये है।