एडोल्फ़ हिटलर जीवनी – Biography of Adolf Hitler in Hindi Jivani

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Reported by Saloni Uniyal

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यदि आपने इतिहास पढ़ा है तो आपने कई तानाशाही व्यक्तियों के नाम तो जरूर पढ़ें होंगे। जिन्होंने अपने तानाशाह राज्य के दम पर लोगों में राज किया तथा पूरी दुनिया को मुट्ठी में कर लिया। हम आपको ऐसी ही एक तानाशाह के जीवन के बारे में बताने जा रहे है इस तानाशाह का नाम एडोल्फ़ हिटलर है। हिटलर द्वारा पूरे विश्व पर राज किया गया और वह अपने आप को सर्व श्रेष्ठ बताता था। उसके नाम को ही सुनकर लोगों के दिल में डर का माहौल पैदा हो जाता था अर्थात वह इतना खतरनाक था कि सबसे मन में उसका खौफ था। आज हम आपको इस आर्टिकल में एडोल्फ़ हिटलर जीवनी (Biography of Adolf Hitler in Hindi Jivani) से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले है इसलिए इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य देखें।

एडोल्फ़ हिटलर जीवनी - Biography of Adolf Hitler in Hindi Jivani
एडोल्फ़ हिटलर जीवनी

Adolf Hitler Biography

हिटलर नाजी पार्टी का अध्यक्ष और एक पॉलिटिशियन था। यह जर्मनी का एक तानाशाह था जिसने सितम्बर 1939 को पोलेंड में आक्रमण किया और यूरोप में द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत की या ये कहे कि द्वितीय युद्ध के पीछे इसी का हाथ था। हिटलर ने कहा या तो जर्मनी एक शक्ति हो जाए या फिर कुछ नहीं। गैर आर्यों के लाखों लोगों तथा यहूदियों की बर्बादी के लिए Adolf Hitler ही उत्तरदायी था।

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आपको बता दे पहले हिटलर साधारण रूप से एक सैनिक था जो जर्मन का प्रमुख नेता बना और धीरे-धीरे कर उसने अपनी शक्तियों का गलत इस्तेमाल किया और वह एक खतरनाक तानाशाही बन गया। वह चाहता था कि जर्मनी में एक नई व्यवस्था स्थापित हो और यह बिना तानाशाही हुए सफल नहीं हो सकता है। उसके द्वारा आक्रामक विदेशी नीतियां अपनाई गई जो कि द्वितीय विश्व युद्ध होने का मुख्य कारण बन रही थी। यही आगे चलकर उसके और पूरे यूरोप के केंद्र का तबाही का मुख्य वजह बनी।

Biography of Adolf Hitler in Hindi Jivani

नाम एडोल्फ़ हिटलर
राष्ट्रीयताजर्मनी
जन्म20 अप्रैल 1889
राजनीतिक विचारधारानेशनल सोशलिस्ट जर्मन वर्कर्स पार्टी (1921-1945)
जन्म स्थानब्रोनो ऍम इन, ऑस्ट्रिया हंगरी
पिताएलोईस हिटलर
माताक्लारा हिटलर
भाई-बहनगस्वत, इदा
प्रख्यातनाजी अध्य्क्ष, जर्मन तानाशाह तथा जर्मनी के चांसलर
पत्नीईवा ब्राउन

Adolf Hitler का इतिहास

ब्रोनो ऍम इन, ऑस्ट्रिया हंगरी में 20 अप्रैल 1889 को Adolf का जन्म हुआ था। इनके पिता का नाम एलोईस हिटलर एवं माता का नाम क्लारा हिटलर था। ये कुल मिलाकर 6 भाई-बहन थे जिनमे से कुछ की मौत बचपन में ही हो गई थी। इसका पूरा परिवार ऑस्ट्रिया से जर्मनी में रहने के लिए चला गया उस समय ये केवल 3 वर्ष के थे। इसके पश्चात इनका लालन-पालन जर्मनी में ही और इन्होने अपनी शिक्षा भी वहीँ से ही पूरी की।

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पढ़ाई में इनके रूचि फाइन कला में थी और ये अपनी क्लास में एक अच्छे ब्राइट स्टूडेंट थे जो कि उस विद्यालय में बहुत फेमश थे। परन्तु उनके पिता को यह इंकार था उनका सपना था कि हिटलर टेक्निकल स्कूल में जा कर पढ़ाई करें। परन्तु उनके पिता ने उन्हें इन विषयों की पढाई करने से मना किया और हिटलर ने जबरदस्ती अपने विषय छोड़ दिए उसके पश्चात उनका अपने पिता से झगड़ा हुआ और एडोल्फ़ के स्वाभाव में परिवर्तन आने लगा और बे धीरे-धीरे कर वे एक क्रोधी व्यवहार करने लगे और हर बात पर चिढ़ते थे।

वर्ष 1903 में उनके पिता एलोईस हिटलर की मृत्यु हो गई। जो इनके दिल के बहुत करीब इनकी माता थी और यह गंभीर बीमारी कैंसर से पीड़ित थी। स्कूल की पढ़ाई में मन ना लगने के कारण उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा जिस वजह से उनकी माता ने स्कूल छोड़ने के लिए कह दिया। इसके बाद उन्होंने वर्ष 1904 में रिअल्सचुल में स्टेयर में अपना एड्मिशन करवाया इस समय वे 16 वर्ष के थे।

हिटलर ने जब अपनी पढ़ाई पूरी कर दी थी उसके बाद वे लिंज से विएना चले गए ताकि वे अपना पेंटर बनने का सपना पूरा कर सके।

Adolf Hitler का प्रदर्शन प्रथम विश्व युद्ध में

हिटलर ने म्युनिक के लिए वर्ष 1913 में विएना छोड़ दिया उसके बाद वे 16 वीं बवेरियन इन्फेंट्री रेजिमेंट में शामिल होने के लिए चले गए। और अगस्त 1914 में प्रथम विश्व युद्ध प्रारम्भ हुआ। इस समय में ये यूरोपीय शक्तियों तथा अमेरिका की तरफ एक धावक के रूप में सेवारत थे। अब उन्होंने युद्ध में भाग लिया और पश्चिमी मोर्चे पर युद्ध होने लग गया। उनका यह जुनून एक साहसी सैनिक के रूप में उभरा और उन्हें सर्वप्रथम आयरन क्रॉस का सम्मान दिया गया। इस युद्ध में लड़ाई के दौरान ये इन्हे बहुत चोटे आयी जिस कारण इन्हे अस्पताल में भर्ती किया गया। वर्ष 1918 तक यह युद्ध हो रहा था।

राजनितिक शुरुआत

जब प्रथम विश्व युद्ध समाप्त हुआ इसके पश्चात वर्ष 1919 में उन्हें एक साहसिक सैनिक मिले इनका नाम एन्सर्ट रोएह्ना था ये उस समय वहां के फौजी थे इनकी मदद से हिटलर को वहां राजनितिक अधिकारी का काम मिल गया। और ये ही समय था कि इनके पॉलिटिशियन करियर की शुरुआत हुई।

अब ये बैठकों में भी शामिल होने लग गए और इन्होने वर्ष 1919 में समाजवादी समूह, जर्मन वर्कर्स पार्टी, राष्ट्रवादी तथा विरोधी सेमेटिक की बैठकों में शामिल हुए। समय के साथ ही इन्होने अपने आप को एक अच्छा प्रचारक साबित करने के लिए बहुत मेहनत की और ये सबके लिए एक लोकप्रिय व्यक्ति बन गए। 6 हजार नाटकीय रूप में अपनी सदस्य्ता में वृद्धि करने के लिए 1921 में इनका प्रयास जारी था और अप्रैल में ये राष्ट्रीय सामाजिक जर्मन वर्कर्स पार्टी के नेता भी चुन लिए गए।

पार्टी की ख़राब एवं कमजोर आर्थिक स्थिति को समाप्त कर हिटलर ने विकास करने की ओर अधिक ध्यान दिया और सुधार कार्य में लग गए। अब हिटलर जर्मन तथा बवेरियन में अपनी राजनीती को और अधिक मजबूत करना चाहता था और वह करीबन 56 हजार सदस्यों के साथ शामिल हुआ ताकि वे उसका समर्थन कर सके।

एडोल्फ़ देशद्रोही बन गया और उसे लेन्डसबर्ग के एक पुराने किले में एक वर्ष के लिए सजा दे दी गई तथा कुछ समय के बाद उसे वहां से छोड़ दिया गया। अब एडोल्फ़ द्वारा अपने आप को ईमानदार साबित करने के लिए कई पार्टियां बनाई गई कई आंदोलन किए गए और कई राज्यों को अपनी ओर कर लिया उनकी शक्ति और मजबूत होती गई और राजनितिक करियर ऐसे ही बढ़ता गया।

Adolf Hitler का द्वितीय विश्व युद्ध

यूरोप को कब्जे में करने के लिए हिटलर ने 1 सितम्बर 1939 में द्वितीय विश्व युद्ध को शुरू करना आरम्भ किया। वो पूरे ब्रिटेन को अपने कब्जे में कर अधिकार करना चाहता है इस कार्य को करने के लिए उन्होंने कई राज्य अपनी ओर करने के लिए संधि की। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अपना अधिकार कर लिए इसके लिए उन्होंने इटली से वर्ष 1937 में संधि कर डाली। धीरे-धीरे करके कई संधियां की गई और राज्यों को अपनी तरफ कर लिया।

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और उसके आक्रमण भी शुरू कर दिया ताकि वह पूरी दुनिया में आपने अधिपत्य हासिल कर सके। यह युद्ध इन्ही के कारण हुआ और युद्ध में कई लोग को मृत्यु हुई और वहाँ तबाही मच गई। हिटलर एक तानाशाही और क्रूर था उसे किसी बात का भी डर नहीं था कि मैं क्या कर रहा हूँ। जब अमेरिका भी इस युद्ध में शामिल हुआ और इसी वजह से ही हिटलर की हार भी हुई।

Adolf Hitler के रोचक तथ्य

Adolf Hitler के विषय में हम निचे कुछ रोचक तथ्य के बारे में बताने जा रहे है जो निम्न प्रकार से है-

  • जब प्रथम विश्व युद्ध शुरू हुआ तो उनकी मूछ को छोटा किया गया ताकि उनका मास्क उनके मुँह में फिट आ सके।
  • ऐसा कहा जाता है कि हेनरी फोर्ड ही उनकी प्रेणना है।
  • उन्होंने कभी भी अकेले ध्यान शिविर में सफर नहीं किया गया।
  • 1930 एवं 1940 को धूमप्रान करने के विरोध में उनके द्वारा आंदोलन भी किया गया।
  • ये एक टेस्टीकल भी थे।
  • उन्होंने 1933 में सत्ता प्राप्त हुई और उन्होंने राज्य में घोषणा की कि जानवरों पर कोई अत्यचार नहीं करेगा अर्थात यह देखा जाता है कि उन्हें जानवरों से अत्यंत प्यार था।

एडोल्फ़ हिटलर जीवनी से सम्बंधित प्रश्न/उत्तर

एडोल्फ़ हिटलर का जन्म कब और कहाँ हुआ था?

एडोल्फ़ हिटलर का जन्म 20 अप्रैल 1889 को ब्रोनो ऍम इन, ऑस्ट्रिया हंगरी में हुआ था।

Adolf Hitler का दूसरा नाम क्या था?

Adolf Hitler को दूसरा नाम नाजिस था।

Adolf Hitler के पिता का क्या नाम था?

एलोईस हिटलर इनके पिता का नाम था।

Adolf Hitler ने अपने राजनीतिक शुरुआत कब की थी?

वर्ष 1919 में हिटलर ने अपने राजनीतिक शुरुआत की थी।

Adolf Hitler की मृत्यु कब हुई?

30 अप्रैल 1945 को इनकी मृत्यु हुई।

इस लेख में हमने Biography of Adolf Hitler in Hindi Jivani से सम्बंधित सम्पूर्ण प्रकार की जानकारी को साझा कर दिया है। इसके अतिरिक्त भी यदि आप अन्य जानकारी या लेख से कुछ प्रश्न पूछना चाहते है तो आप नीचे दिए हुए कमेंट सेक्शन में अपना प्रश्न लिख सकते है हमारी टीम द्वारा जल्द ही आपके प्रश्नो का उत्तर दिया जाएगा।

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